Pages Like & Share Kare Ya Na Kare Lekin Comment Karne Se Pahale Pura Lekh Avasy padhe Lekh Sahi lage to Peges Like kare ..हे अल्लाह ! मुस्लिम स्त्रियों की जिन्दगी में दुख, वेदना, हताशा व दरिद्रता के सिवाय कुछ नहीं बचता । उनके पास आंसुओं की सम्पत्ति , चुपचाप सिसकने की इजाजत के सिवा कुछ भी नहीं । इसी से ऐ अल्लाह ! हमें रोने दो , शान्ति से रोने दो , तबतक रोने दो जब तक हम मौत को प्राप्त नहीं होतीं ।
Posted on: Wed, 11 Sep 2013 05:30:44 +0000
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