Sai Baba of Shirdi - इस्लामिक फ़क़ीर शिर्डी साईं द्वारा हिन्दुओ का इस्लामीकरण ॐ सिया राम मित्रो, साईं का प्रत्येक कार्य हिन्दू विरुद्ध और सनातनी धर्म के विरुद्ध था, इसका प्रमाण साईं सत्चरित्र में कई बार आया है, साईं ने वेदों के विरुद्ध जाकर मांस भक्षण किया, नशे किये, जानवरों की कुर्बानी(इस्लामी प्रथा) दी, साईं मस्जिद में रहता था, जिसका नाम उसने अपनी माँ द्वारकाबाई के नाम पर रखा था, और मस्जिद को अपना निवास स्थान चुना क्यूंकि वो अपने पिता बदरुद्दीन के नक़्शे कदम पर चलता था, साईं मस्जिद में केवल कुरान पढता था, कभी राम का नाम नहीं लिया, वेद का पाठ कभी नहीं किया, शास्त्रों का अध्ययन कभी नहीं किया, उल्टा अध्य 10, 18 और 19 के अनुसार साईं ने सभी प्रकार के शास्त्रों, वेदों पुराणों, ग्रंथो आदि को पढने या पढ़ाने के लिए सभी को मना किया था, साईं गंगाजल का विरोधी थी, साईं ने एक ब्राह्मण को मांस जबरदस्ती खिलाने का प्रयास किया, जिसके प्रमाण हम कल आपको अध्याय 38 से देंगे, और साथ ही हर वो कुकर्म किया(नमाज पढना, फातिहा पढना, प्रसाद में मांस, खतना का पक्षधर, क़ुरबानी देना, ईद मनाना, ताजिये रखना) जो विदेशी भी है और भारतीय संस्कृति के विरुद्ध भी, ऐसे में इन सब बातो के प्रमाण होते हुए भी हिन्दुओ द्वारा साईं को पूजना कैसे सही है, कृपया सही से वाद विवाद करे, और अपना पक्ष रखे, जय जय सिया राम धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, मंदिरों की पवित्रता बनाये रखे, मंदिरों व् हिन्दुओ का इस्लामीकरण बंद हो, #ExposeShirdiSai #BhaktiJihad एडमिन - Saffron Hindurashtra
Posted on: Fri, 20 Sep 2013 14:55:01 +0000
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