कुरान और हदीसो मेँ 1>यहूदी - TopicsExpress



          

कुरान और हदीसो मेँ 1>यहूदी , 2>इस्लाम , 3>कुरैस (मुहम्मद का खानदानी मजहब) 4>इसाई , का खूब बोलबाला/जिक्र मिलता है । जो कि उस समय सऊदी अरब के स्थानीय या निकटवर्ती थे । पर कुरान और हदीसो मेँ 1>सनातन(वैदिक) धँर्म 2>बौद्ध 3>जैन 4>अन्य देशो के मजहब का बोलबाला/जिक्र नही मिलता है। जबकि सनातन धँर्म, इस्लाम से लाखो साल पुराना है . बौद्ध और जैन इस्लाम से लगभग एक हजार साल पुराना है । चूँकि कुरान अल्लाह का कलाम (वाणी) और हदीसे मुहम्मद ,आयशा और सहाबा के द्वारा बोली गयी है । इसलिये मेरा सवाल ये है कि a>सनातन ,बोद्ध ,जैन या अन्य विदेशी मजहबो का कुरान और हदीसो मेँ जिक्र क्योँ नही है ? ? ? b>अल्लाह या मुहम्मद ने केवल सऊदी अरब के निकटवर्ती मजहबो का जिक्र क्योँ किया ? ? c>क्या उस समय अन्य देशो मेँ दूसरे मजहब नही थे ? ? ? d>क्या मुहम्मद या अल्लाह कभी सऊदी अरब की रेतीली दुनिया से बाहर नही निकले थे ? ? e>या अल्लाह/मुहम्मद के पास उस समय पूरी दुनिया की जानकारी नही थी ? ? f> क्या उस समय अल्लाह के पास इतिहास और भूगोल की जानकारी नही थी ? ? g> क्या इस से ये साबित नही होता कि इस्लाम क्षेत्रीय मजहब था जो कि केवल सऊदी अरब के लोगो के लिये था ? ? ? दम हो तो जवाब दो मुल्लोँ?? नोट: कोई सेक्यूलर गाली गलोच ना करेँ अन्यथा समझ लेँ बस! समझाने की जरुरत नहीँ है!! पेज को भी लाईक करेँ- Warriors of Sanatan Dharma
Posted on: Sat, 28 Sep 2013 06:21:49 +0000

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