जाटणियों के लिये स्पेसल 8)
"तू जाट के घरां जन्मी थी।
तू जाट के घरां ब्याह्वेगी।।
मान तेरी टोर जाटणी।
तू ईज़्ज़त कौम की बचावेगी।।
थारे ते बडा कोन बता।
कोन थारे आगे बोल सके है।।
क्योंकि शेर जाट ने जाटणी, तू ही तो जनम दे सके है - जाटिज्म (y)
Posted on: Sun, 25 Aug 2013 04:21:23 +0000