जनेश्वर जी के बाद मोहन - TopicsExpress



          

जनेश्वर जी के बाद मोहन सिहं जी का चला जाना सबसे बड़ा शून्य है। मोहन सिंह में यह सामर्थ्य थी कि वे स्याह को स्याह कह सकते थे। समाजवाद ऐसे ही लोगों से जीवित रहा। डा. लोहिया उन्हे लक्षमण कहते थे।
Posted on: Mon, 23 Sep 2013 05:10:13 +0000

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