जय श्री राम , जय श्री - TopicsExpress



          

जय श्री राम , जय श्री कृष्णा मेरे प्यारे भाई बहिनों Sai Baba of Shirdi - इस्लामिक फ़क़ीर शिर्डी साईं द्वारा हिन्दुओ का इस्लामीकरण मेरे प्रिय साईं को भगवान मानने वाले मित्रो मै आपके समछ कुछ प्रस्ताव रखना चाहता हु यह पोस्ट मै किसी की हानि या अपने निजी स्वार्थ के लिए नही कर रहा हु मै वैदिक हिन्दू सनातनी हु और मेरे धर्म मै जो पाखंड मुझे दिखाई दे रहा है वो मेरे लिए असहनीय है अतः इस पोस्ट को ध्यान से पड़े और मेरी कही गयी बातो का चिंतन करे माता सरस्वती की कृपा से ये बात आपकी समझ मै आ जाएगी। १. वेदों ,पुराणों ,भागवत व अन्य ग्रंथो मै भगवान के चारो युगों मै कुल २४ अवतार है जिसमे कलयुग के अवतार के बारे मै भी लिखा है फिर ये २५ वा साईं बीच में कहा से आ गया इसका मतलब आपके अनुशार वेद और ग्रन्थ गलत है २. भगवान कृष्णा " यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत । अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् " जब जब धरती पर अधर्म होता है तो मै धर्म की स्थापना और अधर्म के नाश के लिए आता हुँ॥ अब जब साईं भागवान थे उनका अवतार हो ही चूका है तो फिर कलयुग मै इतना पाप , गौ हत्या , संतो का अपमान , लूट पाट , बलत्कार , दंगे , व भ्रस्टाचार क्यों है ३. आप लोग कहते है की लाखो लोग मानते है उनसे मै पूछता हुँ दुनिया मै लोग पता नहीँ क्या क्या गलत कम करते है तो आप भी वो सब करोगे आप खुद भी तो अपने मन मेँ विचार कर सकते हो क्या आप बुद्धजीवी नही हो या आप विचार करने मै समर्थ नही हो और मई दावे के साथ बोलता हु की साईं को न मानने वालो की संख्या ज्यादा है और आप खुद को संभालो पाखंड से दूर रखो 4."ॐ साईं राम" या "ॐ साईं नमो नमः" किस हिन्दू ग्रन्थ का वाक्य है? जो ॐ नाम के साथ साईं का नाम जोड़ता है वो कभी हिन्दू नहीं हो सकता है। और जो राम के नाम से पहले साईं लगाता है वो कभी राम का भक्त नहीं हो सकता क्योंकि मुस्लिम साईं खुद भी राम का भक्त नहीं था। अब मै आपके सामने कुछ साक्ष्य प्रस्तुत कर रहा हु जो खुद इस पाखंडी की पुस्तक साईं सचरित कहती है एवं भाइयो आपसे विनती करता हु इस पाखंडी को पूजना बंद करो माना की अँधेरा घना है पर अधर्म को पूजना तो मना है १८३८ - यह उनकी एक मानी हुई जन्म साल है,क्यूंकि बाबा ने कभी किसी को बताया नहीं की उनका जन्म कब और कहाँ हुआ था और उनके माँ बाप कौन थे. क्या इतनी हिन्दू विरोधी बातो से भी हिन्दुओ की आँखे नहीं खुलती, @ अध्याय 4, 5, 7 - साईं बाबा के होंठो पर सदैव "अल्लाह मालिक" रहता था, @ अध्याय 38 - मस्जिद से बर्तन मंगवाकर वे "मौलवी से फातिहा" पढने के लिए कहते थे, @ अध्याय 18, 19 - इस मस्जिद में बैठ कर मैं सत्य ही बोलुँगा की किन्ही साधनाओ या शास्त्रों के अध्ययन की आवश्यकता नहीं है, @ अध्याय 10- न्याय या दर्शन शास्त्र या मीमांसा पढने की आवश्यकता नहीं है, @ अध्याय 23 - प्राणायाम, श्वासोंचछवासम हठयोग या अन्य कठिन साधनाओ की आवश्यकता नहीं है, @ अध्याय 28 - चावडी का जुलुस देखने के दिन साईं बाबा कफ से अधिक पीड़ित थे, @अध्याय 43, 44 - 1886 मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन साईं बाबा को दमा से अधिक पीड़ा हुई, @ साईं मॉस मछली खाने से लेकर बकरा खाने, काटने का काम करता था,फिर साईं भक्त् क्यों उसकी इस तरह कीफोटो घर में नहीं लगाते?( अध्याय 5,७,११ ) 3-साईं ने तो साफ़ मना किया था की उसके साथ किसी और का नाममात जोड़ो,सिर्फ उसकाही नाम भजने से सारे पाप धुल जाएंगे....(अध्याय3) फिर उसके साथ उसके साथ ॐ और राम क्यों......????????? @साईं ने गंगाजल को छूने से साफ इनकार कर दिया था फिर साईं भक्त क्योंगंगाजल को अपने घर में रखते है???(अध्याय 28) @-साईं तो कभी मंदिर गया ही नहीं फिर उसकी पूजा मंदिर में क्यों???? 6-साईं ने समाधि ली थी ये झूठ क्यों बोला जा रहा है???? जबकि वो तो दमा और बुखार से 17 दिन तड़प तड़प कर दशहरा के दिन मारा था(अध्याय 41,43). @गौ माता के दूध से साईं की पूजा करने से दोष लगता है ( शिर्डी साईं पुजारी ) साईं बाबा ने मरने के कुछ सप्ताह पहले कासिम( बड़े बाबा के लडके) और इमामभाई छोटा खान को औरंगाबाद स्थित बन्ने मियां और हजरत शमसुद्दीन के पास एक सेवंथी की माला और यह सन्देश बन्ने मिया के लिए "नव्दिक नौ तारिक अल्लाह मिया अपनी धुनिया ले गया मर्जी अल्लाकी" भेजा जो उनके इस दुनिया को छोड़ने का संकेत था, साथ ही २५० रुपये हज़रत शमसुद्दीन के लिए इस निर्देश के साथ (मुसलमानों में प्रचलित प्रथा के अनुसार) एक समारोह आयोजित किया जाये जिसमे पैगम्बर मोहम्मद की तारीफ में मौला और कव्वाली गयी जाये अवं गरीबों को रोटी और मांसाहारी भोजन कराया जाये. इस बात का सबूत श्री साईं सत्चरित( मराठी) (चैप्टर ९ पृष्ठ स.५४-५५) ,Devotees Experience (पृष्ठ स.२७६) द्वारा बी.व्.नरसिम्हन तथा शिर्डी में मंदिर के पास स्थित बाबा के म्यूजियम में प्राप्त हो जायेगा. आपसे मेरा विनम्र निवेदन है आप धर्म की रक्षा मै मेरा साथ दे एवं सभी को बताये और इस पोस्ट को जरुर शेयर करे मै आशा करता हु आपकी आँखे खुल गयी होंगी आप अगर कोई विचार विमर्श करना चाहते है तो कृपया बड़े प्यार से अपना प्रस्ताव रख सकते है एवं बेहुदे लोग फूहड़ बाते करके अपनी अज्ञानता का परिचय ना देँ। धन्यवाद मित्रो Shirdi Sai baba - भारत के इतिहास का सबसे बड़ा पाखंड #exposeshirdisai #bhaktijihad
Posted on: Tue, 24 Sep 2013 15:56:05 +0000

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