दंगे के समय खास तौर पर - TopicsExpress



          

दंगे के समय खास तौर पर पुलिस प्रोफेशनल तरीके से काम न करके हिंदुओं की तरह व्यवहार करती है। हालिया इंदोर के मुस्लिम समुदाय के लोगों का मानना है कि पुलिस ने जानबूझकर एवं चुनकर मुस्लिमों पर ही फायरिंग की। जबकि पत्थरबाजी दोनों तरफ से हो रही थी। पुलिस ने मुसलमानो की गाड़ियों को गली गली जाकर फोड़ा, गालियाँ बाकी.दिल्ली मे सरदारो के साथ भी यही रवय्या पुलिस का शिख समाज के साथ रहा इंदोर के दंगे में जहां एक तरफ बजरंग दल, शिवसेना जैसे संगठनों की अहम भूमिका थी, वहीं दूसरी तरफ तथाकथित रूप से सेकुलर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के स्थानीय नेता सक्रिय रूप से दंगे में शामिल थे। जो मुसलमानो पर पत्थर फेकवा रहे थे. पुलिस पूरी वीडिओ क्लिप मे भगवा लोगो के साथ खड़ी नजर आई पुलिस के लोग तोडफ़ोड़ एवं लूटपाट कर रहे थे तो महिलाओं ने सामूहिक रूप से अपने-अपने घरों से निकलकर पुलिसवालों को रोकने की कोशिश की। इस पर पुलिस ने कुछ महिला पुलिस कर्मियों (जो वर्दी में नहीं थीं) उनको डराने लगी पुलिस के अधिकारी फायरिंग को जायज ठहराते हुए यह तर्क दे रहे हैं कि फायरिंग न की जाती तो भीड़ नही सम्हाल पाते........... रफ़ीक BBM
Posted on: Wed, 28 Aug 2013 08:12:54 +0000

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