नमस्कार और आदाब। आप तक के - TopicsExpress



          

नमस्कार और आदाब। आप तक के खास प्रोग्राम टेढ़ी बात में आपका स्वागत है। मैं हूं एडिटर इन चीफ पप्पू बावला और आज मेरे साथ हैं तीसरे नंबर के राष्ट्रकवि और चिकनी चमेली जैसी छवि वाले डॉ. कुरमुरा विश्वास। प्यार से इन्हें लोग लंपट कुमार, गाजियाबादी गवैया और भांड रत्न भी बुलाते हैं। तो आइए करते हैं इनसे टेढ़ी बात... पप्पू बावला: डॉ. साहब, टेढ़ी बात में आप का बहुत-बहुत स्वागत है! पहला सवाल! आप के हिसाब से दिल्ली में खास आदमी पार्टी को कितनी सीटें मिल रही हैं? कुमार जी: 72 सीटें पप्पू बावला: 72 सीट ही क्यों ? कुमार जी: क्योंकि जन्नत में 72 हूरें होती हैं! पप्पू बावला: लेकिन आप उन हूरों के साथ क्या करेंगे? क्योंकि शरीर तो यहीं पर रह जाएगा? कुमार जी: हम अल्ला ताला के पाक बन्दे हैं इंशा अल्लाह, ख़ुदा हमें शरीर के साथ बुलाएगा! पप्पू बावला: आप राघव चाचा टाइप कविता कैसे लिखते हैं? कुमार जी: लोग कहते हैं कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है, तभी आदमी बाज़ीगर बनता है! पप्पू बावला: आप ने क्या खोया? कुमार जी: नेक्स्ट क्वेश्चन प्लीज पप्पू बावला: राघव चाचा की जमानत आप ने दी थी? कुमार जी: नेक्स्ट क्वेश्चन प्लीज (थोडा चिल्ला कर) पप्पू बावला: आप को कुछ पार्टी कार्यकर्ता किन्नर देव का अवतार भी मानते हैं, क्या यह सही है? कुमार जी: यह सरासर गलत है! मैं सिर्फ नर हूं और नर ही रहूंगा! किन्नर तो हमारे पिता जी थे! पप्पू बावला: फिर आप पैदा कैसे हुए? कुमार जी: हमारे जैसे लोग पैदा नहीं होते हैं, दुर्घटना घट जाती है! सच कहा था गालिब चचा ने - "होता है शब-ओ-रोज़ तमाशा मेरे आगे" पप्पू बावला: आप पर समलैंगिगता के बहुत सारे आरोप लगते आए हैं, यहां तक कि फेसबुक पर आप की फोटो भी राघव चाचा के साथ देखी गई है। इस के बारे में आप क्या कहेंगे? कुमार जी: मैं कोई छोटा-मोटा आदमी तो हूं नहीं! मैं विश्व का तीसरे नंबर का कवि हूं, राघव चाचा की दुनिया में हमारे नाम की बहुत चर्चा है जिससे बहुत सारे संघी मुझसे जलते हैं! ये उनकी साजिश है। पप्पू बावला: आप एक रात का कितना लेते हैं? कुमार जी: कविता पाठ का तो सिर्फ 8 लाख ही लेता हूं! पप्पू बावला: राघव चाचा का प्रभाव आप पर काफी पड़ा है? कुमार जी: राघव चाचा हमारे तन्हाई के गुरु हैं! पप्पू बावला: सुना है आप ने विपासना सीखी है ? डॉ. कुमार: हां पप्पू बावला: किस से सीखी है? कुमार जी: विपासा बसु से पप्पू बावला: कैसे करते है आप विपासना? कुमार जी: उकडू बैठ कर पप्पू बावला: आप का असली नाम क्या है ? कुमार जी: इकबाल मिर्ची! पप्पू बावला: आप ने अपना नाम क्यों बदल लिया? कुमार जी: क्योंकि सेकुलर कवियों की इस संघी दुनिया में वकत नहीं है! गालिब चचा ने कहा था, हुए मर के यूं जो रुसवा, हुए क्यूं न गर्क-ए-दरिया, न कभी जनाजा उठता, न कहीं मजार होता। पप्पू बावला: आप अपनी मजार कहां बनवाएंगे? कुमार जी: राघव चाचा के बेडरूम में... पप्पू बावला: अच्छा चलिए इस बात को छोडिए, आप की दुखती राग पर हाथ नहीं रखूंगा! अगला सवाल पूछते हैं! पप्पू बावला: आप राजनीति में कैसे आए? कुमार जी: हम लोग राजनीति में रायता फैलाने आए हैं! पप्पू बावला: रायता ही क्यों, बिरयानी, पुलाव, सिवईं क्यों नहीं? जिस से लोगो का पेट भरे! कुमार जी: क्योंकि इस से पेट साफ़ होता है! पप्पू बावला: दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद AK सर साउथ एशिया के प्रधान मंत्री बनेंगे और आप? कुमार जी: मैं Papua New Guinea का प्रधानमंत्री बनूंगा! पप्पू बावला: प्रधानमंत्री बनते ही पहला काम आप क्या करेंगे? कुमार जी: संघियों की साजिश का पर्दाफाश करूंगा! संघी कहते हैं कि पृथ्वी गोल है पर हमारी हरी किताब में लिखा है कि पृथ्वी चपटी है! पप्पू बावला: विपक्षी दल कई योजनाएं शुरू कर रहे हैं चुनाव जीतने के लिए, आप की क्या राणनीति है? कुमार जी: अरविन्द सर नरेन्द्र चंचल का चोला और जालीदार टोपी लगा कर गली-गली रोज़ा खोलने जाते हैं! हम हर मौके पर चंदा इकट्ठा करते हैं। जनसंपर्क के साथ-साथ धनसंपर्क कर रहे हैं। पप्पू बावला: आप युवाओं को कोई सन्देश देना चाहते हैं? कुमार जी: में युवाओ से सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि देश एक दर्दनाक दौर से गुजर रहा है। हमारी सरकार सबको फ्री में वैसलीन बांटेगी। पप्पू बावला: अब कुछ पर्सनल सवाल पूछता हूं। कुछ ऐसी बातें जो हमारे दर्शक जानना चाहते हैं। आप के आकर्षक व्यक्तित्व का राज़ क्या है? कुमार जी: इसबगोल की भूसी दिन में दो बार! पप्पू बावला: आप दातों पर क्या लगाते हैं? कुमार जी: बंदर छाप काला दंतमंजन! पप्पू बावला: और बालों पर? कुमार जी: नूरानी तेल (बुखारी दवाखाना चांदनी चौक वाले) पप्पू बावला: आप की मनपसंद फिल्म कौन सी है? कुमार जी: अंधेरी रात में, दिया तेरी हाथ में! पप्पू बावला: और मनपसंद अदाकारा? कुमार जी: बॉबी डार्लिंग! तो ये थे हमारे पापुआ न्यू गिनी के भावी प्रधानमंत्री और राष्ट्रकवि नंबर 3, कुमार जी। हम से बातचीत करने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया! उम्मीद करते हैं कि आप को दिल्ली विधानसभा में 72 हूरें जरुर मिलें! अगले शनिवार को हम फिर लौटेंगे और आपको दिखाएंगे आम आदमी के खास नेता अरविंद सर का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू। तब तक के लिए देखते रहिए, आप तक! copied.
Posted on: Sat, 24 Aug 2013 13:41:02 +0000

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