नर्सिंग का इतिहास जो किसी किताब में नही है। 1995 के आस पास राजस्थान के लोगो के अंदर नर्सिंग कोर्स को लेकर जागरूकता आई इसमें सरकारी नोकरी लगने की सम्भावना अधिक थी और राजस्थान में एक मात्र कॉलेज था सवाई मन सिंह sms जिसमे लडको की मात्र 20 सीट थी कुछ लोग इसे rn rc भी कहते थे युवको ने इसके लिए बंगलोर को चुना क्यों उस समय बंगलोर एक मात्र जगह थी जहा निजी नर्सिंग कॉलेज थे वह पर खुद भी जाते और पास पड़ोसियों को भी लेकर जाते और रुपया कमाते बस यही से राजस्थान के युवाओ में दलाल की प्रवर्ति ने जन्म लिया जिसका विकास आने वाले समय में हुआ और हो रहा है। story Continued....
Posted on: Sun, 27 Oct 2013 04:40:44 +0000
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