नेपालियों का केदारनाथ - TopicsExpress



          

नेपालियों का केदारनाथ में आतंक ...| नेपाली मजदूर रात में लड़कियों को ढूढ़ ढूंढ कर ले जा रहे हैं ..| लगातार पिछले 3 - 4 दिनों से उत्तराखण्ड के सभी लोग इस खबर से ब्यथित थे की स्थानीय लोग ऐसा कर रहे हैं लेकिन देहरादून जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर केदारनाथ से लौटी बिहार की महिला ने जो बाते बताई हैं वह रुला देने वाली हैं उनका कहना है नेपाली मजदूर रात में लड़कियों को ढूढ़ - ढूंढ कर ले जा रहे हैं उन्ही के सामने उनकी बेटी को तीन नेपालियों ने नोछ डाला जंगल में शरण लिए इस महिला और उसकी बेटी ने जब शोर मचाया तो आस पास के लोगों ने टार्च मारी इतने में नेपाली भाग खड़े हुवे महिला का कहना है कि उनकी बेटी अब खुद मुझसे यानी अपनी माँ से भी नजर नहीं मिला पा रही है । एक और महिला ने बताया कि अन्धेरा होते ही वह अकेली महिला या जवान लड़कियों को ज्यादा अपने हवश का शिकार बना रहे हैं साथ में पुरुष भी अपने बच्चों को नहीं बचा पा रहे हैं क्योंकि सभी घायल बीमार हो चुके हैं , किसी में ताकत नहीं रह गयी अब है इसका फायदा नेपाली मजदूर जमकर उठा रहे हैं । महिला ने कहा कि सेना या पुलिस की टीमों को रात की गस्त के लिए वहाँ जंगलों में उतारा जाय और तेज फोकश लाईटों वाली टार्च भी दी जाय अभी भी हजारों महिलाये , लडकियां वह अपनी अस्मिता को बचाने के लिए संघर्ष कर रही हैं । मैंने कल ही अपने ब्लॉग youthiconinfo.b logspot.in में लिखा था कि उत्तराखंडी पहाड़ी कभी भ और ओछी हरकत नहीं कर सकता है । ध्यान दीजिये सरकार - जो किसी को पता नहीं वह हम बता रहे हैं - केदारनाथ से नागनाथ पोखरी के लिए ऊपर ही ऊपर जंगलों से पैदल रास्ते होते हुवे पहले बुजुर्ग केदारनाथ यात्रा पर जाया करते थे । कल शाम को ही मुझे बताया गया है कि पुराने रास्तों का फायदा इस समय नेपाली उठा रहे हैं केदारनाथ में सेना के पहुंचते ही यह चोर जंगलों के रास्ते भाग रहे हैं जो कि अखोड़ी- मच्खंडी -त्रिसूला के जंगलो से होते हुए नागनाथ - पोखरी - से फिर नंदप्रयाग, लंगासू, घुडसाल ,सैकोट, सोनला ,बछेर ,और मैठाना आदि जगहों पर पहुँच रहे हैं या कुछ जगह अभी पहुँच सकते हैं , कल शाम को ही कई नेपाली मजदूर और घोड़े खच्चर वाले केदारनाथ से पोखरी होते चोपता से पहले के जंगलो से होते हुए मण्डल और फिर गोपेश्वर मण्डल में भी पहुँच चुके है , लेकिन सभी पर संदेह करना भी सही नहीं होगा । अब जरुरत है - ऐसे में चमोली गोपेश्वर पुलिस , कर्णप्रयाग, नंदप्रयाग चौकी पुलिस , रुद्रप्रयाग पुलिस या राजस्व क्षेत्रों में पटवारियों को निर्देशित किया जाय कि जो नेपाली मजदूर या घोड़े खच्चर वाले जंगलो से होते हुए केदारनाथ से निकल रहे हैं उनकी गहनता से जांच की जाय क्योंकि यह भी बताया जा रहा है कि लूट खशोट की नियत से भी इन्होने यात्रियों को मौत के घाट उतारा है और भाग रहे हैं जो हैलिकाफ्टर से भी नहीं आना चाहेंगे। यह एक महिला पीडिता ने बताया कि केदारनाथ के जंगलों में रात में टार्च से ढूंढ ढूंढ कर नेपालियों ने लोगों से रूपये और गहने निकाले हैं और हाथों में अजीब से चाकू जैसे हथियार भी इनके पास देखे गए कुछ ने बिरोध किया तो उन्हें मारा भी गया है । कृपया चमोली - रुद्रप्रयाग और टिहरी जिलाप्रशासनो को निर्देशित किया जाय कि जंगलो के रास्ते भाग रहे नेपालियों को पकड़ने के लिए अलग से टीम गठित की जाय स्वयम सेवी संस्थाएं और ग्रामीण लोग भी इनकी धरपकड़ कर पुलिस को सौपें तो बहुत ही नेकी का काम होगा ।
Posted on: Sun, 23 Jun 2013 08:46:24 +0000

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