प्याज के लिये कुछ कातिल - TopicsExpress



          

प्याज के लिये कुछ कातिल डायलॉग . . . पढकर आत्महत्या न करे - मेरी प्याज की तरफ आँख उठाकर भी न देखना। -कमीने छोड़ दे मेरी प्याज को। -कमीने मेरी प्याज को कुछ हुआ तो तेरे बैगनके इतने टुकड़े करूँगा कि समेटने में उमर बीत जायगी। -बता तूने सारी प्याज कहाँ छुपा रखी है। -बिस्मिल का सन्देश है कि लखनऊ जाने वाली ट्रेन जिसमे UPA का प्याज जा रहा है उसे हम काकोरी में लूटेंगे (dnt be serious) -मैं तेरे इस प्याज के साम्राज्य को तहस-नहस करके रख दूंगा। -ये प्याज मुझे दे दे ठाकुर। -टमाटरों को छोड़ वो देख क्या प्याज जा रहा है। -तुम्हारी आँखे हैं या किसी गरीब की थाली में छिली हुई प्याज। -तेरे प्याज का घड़ा अब फूटने वाला है। -मुझसे चाहे जितने टमाटर ले लो पर मेरी प्याज को कुछ नही होना चाहिए। -प्याज से पेट नही भरता बरखुरदार आगे जाके जब आटे-दाल का भाव पता चलेगा तब लौट के रायसाहब की दहलीज पर ही आओगे। और सबसे खतरनाक.... -मैं तुम्हारे सलाद की प्याज बनने वाली हूँ।........ #MD
Posted on: Thu, 24 Oct 2013 13:54:06 +0000

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