मोदी द्वारा येदियुरप्पा - TopicsExpress



          

मोदी द्वारा येदियुरप्पा के भाजपा विलय पर अडवाणी गुट की बगावत ! भाजपा से बगावत कर अपनी पार्टी बना चुके येदियुरप्पा का लाव लश्कर के साथ भाजपा में दोबारा शामिल होने का संकेत मिल गया है। सूत्रों के मुताबिक 2009 के लोकसभा चुनावों के दौरान बीजेपी को सबसे ज्यादा 18 सांसद कर्नाटक के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने ही दिए थे। अब इन सीटों को दोबारा जीतने के लिए मोदी ने अपने मोहरे कर्नाटक में बिछा दिए हैं, मगर इससे पहले कि इस ऑपरेशन को सिरे चढ़ाया जाता, पार्टी के बुजुर्ग नेता लालकृष्ण आडवाणी ने मोहरों की चाल ही बिगाड़ दी है। इसके बाद मोदी गुट में नाराजगी पसर गई, जबकि आडवाणी खेमा करप्शन फ्री भाजपा की रट्ट लगाए हुए है। एक न्यूज चैनल के मुताबिक मोदी गुट आंकड़ों के आधार पर येदियुरप्पा की वापसी के बाद पार्टी केजेपी के 10 फीसदी वोट भाजपा की झोली में आने की बात कर रहा था। उनका कहना है कि अगर यह सिक्का सटीक पड़ता है तो आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी एक बार फिर मजबूत पोजीशन पर होगी। जिक्र योग्य है कि 2009 के चुनाव में बीजेपी को राज्य की 28 में से 18 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। यह संख्या विधानसभा चुनावों से पहले घटकर 16 रह गई क्योंकि दो सांसद येदियुरप्पा के साथ चले गए। अगर विधानसभा चुनावों को पैमाना मानें तो बीजेपी के लिए यहां दहाई के अंक में जाना भी सपने जैसा होगा। उम्मीद बस एक ही है कि येदियुरप्पा पार्टी में लौट आएं, ताकि वोटों का बंटवारा रोक कांग्रेस के खिलाफ चुनौती पेश की जा सके। इन आंकड़ों का आधार मानकर मोदी ने कर्नाटक के प्रभारी पार्टी महासचिव थावर चंद गहलोत को दिल्ली फतेह करने के लिए जिम्मा सौंपा है। उनके लिए एक प्लस प्वाइंट यह भी था कि येदियुरप्पा समर्थक अनंत कुमार और उनके गॉड फादर आडवाणी से नाराज थे, बीजेपी या मोदी से नहीं, बहरहाल, गहलोत येदियुरप्पा को मनाने में सफल हो गए।
Posted on: Fri, 05 Jul 2013 02:36:01 +0000

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