मद्रास कैफे बहुत दिनों के बाद लगा कि यह फिल्म देख आनी चाहिए| ट्रेलर भी अच्छा लगा था और कहानी भी ठीक होनी चाहिए थी| आखिरकार वो दिन आ ही गयाऔर फिल्म देख ही ली गई| फिल्म का नाम है – मद्रास कैफे| फिल्म देखने के बाद अहसास हुआ कि इसको देखने काफैसला एकदम दुरुस्त था| हर भारतीय को यह फिल्म देखनी चाहिए क्योंकि ऐसी फ़िल्में बार बार नहीं बनतीं| इसके बाद चेन्नई एक्सप्रेस जैसी टुच्ची फिल्मों का एक और दौर शुरू हो जाएगा, और पूरा बॉलीवुड उसमें डूब मरेगा! खैर, यह फिल्म आपको क्यों देखनी चाहिए; उसके कारण निम्नलिखित हैं: 1. पहली बार आपको यह देखने को मिलेगा कि देश की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय एजेंसियां किस स्तर पर और कितना कठोर परिश्रम करती हैं| 2. देश में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो नौकरी के लिए ये नहीं पूछते कि तनख्वाह कितनी मिलेगी| उनके लिए इतना ही काफ़ी है कि देश को उनकी जरूरत है, उसके बाद फिर कोई सवाल नहीं! ऐसे ही लोगों की वजह से बचा हुआ है हमारा देश अब तक| 3. राजीव गाँधी जी की हत्या के पीछे क्या कारण थे और उनकी हत्या की साजिश को कैसे सफल बनाया गया| 4. भाई राजीव दीक्षित जी ने देश के कोने कोने में घूम कर लोगों को कहा कि अमरीकी और यूरोपीय वस्तुओं का बहिष्कार कीजिए क्योंकि ये देश भारत के विरुद्ध कार्य करते हैं दिन-रात| इसी को पूरे प्रमाण के साथ दिखाया गया है इस फिल्म में कि कैसे इंग्लैंड और अमरीका, दुनिया के बाज़ारों पर नियंत्रण पाने और हथियारों के निर्यात से होने वाले मुनाफे के लिए दुनिया में झगड़े और फसाद को बढ़ावा देतेहैं| 5. कूटनैतिक स्तर पर आसानी से हल हो जाने वाले मुद्दे कैसे जान बूझकर मुश्किल बनाये जाते हैं! निर्देशन, अभिनय और कहानी की दृष्टि से फिल्म की जितनी भी तारीफ की जाए कम है| संभव है कुछ लोगों को यहफिल्म बोर करे लेकिन यह फिल्म खास standard के लोगों के लिए बनाई गई है| जिनके लिए छोकरी के लटकों झटकों, फूहड़ गानों और बकवासकॉमेडी का मतलब फिल्म होता हैं, वो लोग ऐसे theatre से 100 फीट दूर ही रहें! फिल्म में कोई गाना नहीं है, to thepoint फिल्म है, कहीं भी कहानी पटरी से नहीं उतरती और अच्छा suspense है| टीवीपर देखने पर इतना मजा न आए इसीलिए इसे theatre में देखें| - #SoNY
Posted on: Thu, 29 Aug 2013 12:46:46 +0000