यहाँ बालकनी मे खडा होकर एक पेज पर पोस्ट लिखते लिखते एक बच्ची को देख रहा था वो सामने के पार्क मे बैठी एक छोटे फूस के झाडू से पार्क के पत्थरो वाली रास्ते से कंकड साफ कर रही थी विचार कर ही रहा था कि देखो भारत की नव पीढी कितनी निस्वार्थ और कितनी स्वच्छ हृदय की है फिर युवा होते होते इनके विचार क्यूँ बदल जाते है क्यूँ ये कोमल मानसिकता कठोर स्वार्थ और आत्म लाभ से प्रेरित हो जाती है आखिर क्या वजह है कि......` विचार चल ही रहे थे कि उसकी माँ आयी और बच्ची के ढाँटते हुऐ आगे से ऐसा न करने को कहा... मुझे अपना जवाब मिल गया.....……. #दुर्गेश
Posted on: Wed, 17 Jul 2013 15:56:12 +0000