सब गाँधी को अहिंसावादी कहते हें ,लेकिन जिसने भगतसिंह के मौत के दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर किये ,जिसने देश के विभाजन का मूक समर्थन किया जिससे लाखों लोग मौत के मूह में जाने को मजबूर हुए क्या उसे अहिसात्मक कहना उचित हें ..? ये तो कांग्रेस हें जिसने गाँधी को हीरो घोषित कर रखा हें | आज़ादी के असली नायक भगत सिंह ,चंद्रशेखर और सुभास चन्द्र बोस जैसे क्रन्तिकारी हें लेकिन इतिहास के माध्यम से सदैव गाँधी को ही असली नायक बताया जाता रहा हें | क्या हम सबका कर्तव्य नही की हम अपने देश के असली नायको को उनका सम्मान दें ..जिसे गाँधी जिसे लोगों ने अपने नाम कर रखा हें ..|
Posted on: Wed, 02 Oct 2013 09:11:21 +0000
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